झारखंड / भाजपा ने 1995 में रघुवर दास और 2005 में सरयू राय को दूसरे का टिकट काटकर बनाया था अपना उम्मीदवार

रांची (विनय चतुर्वेदी). जमशेदपुर पूर्वी और पश्चिमी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा ने जब कभी भी अपने पूर्ववर्ती विधायकों को बेटिकट किया, खूब हंगामा मचा...विधायकों ने बगावत की...पार्टी के घोषित उम्मीदवारों के खिलाफ निवर्तमान विधायकों ने ताल ठोंकी... चुनाव लड़े, पर भारी पराजय का सामना करना पड़ा। 1995 में ऐसी ही तस्वीर बनी थी। 10 साल बाद 2005 में भी ऐसा ही हुआ। अब 14 साल बाद एक बार फिर इतिहास अपने को आधा दोहरा चुका है। मतगणना के बाद कहा सकता है कि इतिहास ने पूरी तरह से अपने आप को दोहराया या नहीं।


वर्ष 1995 के विधानसभा चुनाव में तब के कद्दावर भाजपा नेता और जमशेदपुर पूर्वी से तीन बार विधायक रह चुके दीनानाथ पांडेय का टिकट काटकर भाजपा ने रघुवर दास को उम्मीदवार बनाया था। इसी प्रकार वर्ष 2005 में सरयू राय की इंट्री कराने के लिए तब के बड़े नेता मृगेंद्र प्रताप सिंह का जमशेदपुर पश्चिमी से टिकट काटा गया था। वे भी तीन बार विधायक रहे थे। मृगेंद्र प्रताप सिंह बाबूलाल मरांडी सरकार में वित्त मंत्री और अर्जुन मुंडा सरकार में विधानसभा अध्यक्ष रहे थे। टिकट कटने से आहत दीनानाथ पांडेय ने वर्ष 1995 में और मृगेंद्र प्रताप सिंह वर्ष 2005 में  क्रमश: जमशेदपुर पूर्वी और जमशेदपुर पश्चिमी से भाजपा के घोषित उम्मीदवार के खिलाफ बगावत कर दी थी। दीनानाथ पांडेय ने निर्दलीय, जबकि मृगेंद्र प्रताप सिंह ने राजद के टिकट से चुनाव लड़ा, जिसमें इन दोनों की भारी हार हुई। 


इस बार ट्विस्ट...सरयू ने पड़ोसी सीट पर सीएम के खिलाफ ताल ठोकी
 


विस चुनाव 1995 - जमशेदपुर पूर्वी :

























प्रत्याशी    पार्टी     वोट मिले
रघुवर दास   भाजपा    26880
केपी सिंह    कांग्रेस     25779
दीनानाथ पांडेय    निर्दलीय    17175

विस चुनाव 2005- जमशेदपुर प. :

























प्रत्याशी   पार्टी     वोट मिले
सरयू राय    भाजपा    47428
बन्ना गुप्ता    सपा    34733
मृगेंद्र प्रताप सिंह    राजद    5588

1995 के बाद 2005 में शिवसेना से लड़े थे दीनानाथ


वर्ष 1995 में चुनाव हार चुके दीनानाथ पांडेय शिव सेना के टिकट पर एक बार फिर 2005 में जमशेदपुर पूर्व सीट से चुनाव लड़े। पर, उन्हें मात्र 516 वोटों से ही संतोष करना पड़ा। 


सरयू राय ने ट्रेंड बदला पहुंच गए पड़ोसी क्षेत्र में


सरयू राय ने अभी इस मामले में ट्विस्ट लाया है। उन्होंने पूर्व के ट्रेंड को बदलते हुए पड़ोसी विधानसभा क्षेत्र से नामांकन भरा है। जमशेदपुर पश्चिमी से भाजपा का टिकट नहीं मिलने के बाद सरयू राय ने जमशेदपुर पूर्वी से सीएम के खिलाफ ताल ठोकी है।